मंदसौर इंडियन बैंक द्वारा बनाए गए एक अकाउंट से दो ग्राहक बैंक प्रबंधक मानवेंद्र सिंह चौहान की लापरवाही का मामला आया सामने.
मन्दसौर, निपानिया :- ग्राम पंचायत निपानिया अफजलपुर के ग्राहक द्वारा मंदसौर इंडियन बैंक मैं अकाउंट खाता खोला गया था विष्णु पति देवीलाल बोडाना व दूसरा विष्णु पति देवीलाल बागरी. दोनों खाताधारक ग्राहक के अकाउंट को बैंक मैनेजर एवं प्रबंधक द्वारा दोनों ग्राहक को एक ही अकाउंट नंबर पर दे दिया जिसकी वजह से प्रथम ग्राहक के अकाउंट से दूसरे ग्राहक द्वारा खाते में समूह लोन व मजदूरी के पैसे जमा कराए थे पैसे अकाउंट से निकलते गए जब खाताधारक ने बैंक में जाकर संपर्क करा तो पता चला कि आप के खाते से पैसे निकाले गए परंतु मैंने एक भी विड्रोल नहीं करा और ना ही मैंने पैसे निकाले फिर मेरी अनुपस्थिति में कैसे पैसा निकला?
खाते से लगभग 70000 रुपए निकाल गए
जब बैंक मैनेजर से पूछा गया तो मैनेजर का कहना है कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है यह आप पता करो. जब खाताधारक ने मीडिया का सहारा लिया तो मीडिया के माध्यम से मैनेजर से बाइट लेना वह पूछना चाहा तो पहले मना कर दिया और इधर उधर की फालतू बातें करके बात टालने की कोशिश की गई मैनेजर के हाव भाव उससे पता चलता है कि यह घपला मैनेजर द्वारा ही किया गया उसकी लापरवाही के कारण पैसा निकाला गया इस विषय में प्रथम ग्राहक के खाते से लगभग 70000 की राशि निकाली गई.
छानबीन मे पता चला तो गांव के ही व्यक्ति निकले. उसको बैंक से ही पासबुक दे रखी थी एक ही खाता था जिससे पैसा निकालते गया वह बैंक मैनेजर की लापरवाही से अन्य ग्राहक को इंडियन बैंक द्वारा पासबुक व खाता नंबर दे रखा था. प्रथम ग्राहक को पता चलने पर मीडिया को अपने साथ लेकर मंदसौर इंडियन बैंक के मैनेजर एवं प्रबंधक मानवेन्द्र सिंह चौहान से चर्चा की तो इंडियन बैंक के प्रबंधक मानवेन्द्र सिह चौहान ने बताया कि इस बारे में मेरे को पता नहीं जबकि एक ही अकाउंट नंबर और ग्राहक दोनों ग्राहक स्पष्ट रूप से मैनेजर के समक्ष बात रखी थी आपने हम दोनों को एक ही अकाउंट नंबर दिया है मेरे खाते में पैसे आते हैं तो दूसरा ग्राहक निकाल लेता है इसका जिम्मेदार कौन?
मीडिया और बैंक प्रबंधक मानवेंद्र सिंह चौहान से चर्चा होने के बाद बैंक प्रबंधक मानवेंद्र सिंह चौहान का कहना - "मेरी राजनीतिक में बड़ी पहुंच है आप मीडिया कर्मियों को जो भी करना वह कर लीजिए मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं" यह कथन इंडियन बैंक मैनेजर द्वारा कहा गया.
फिलहाल अब बैंक प्रबंधक मानवेंद्र सिंह चौहान की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आ रहा है अगर नहीं तो फिर एक ही बैंक की शाखा का एक ही अकाउंट नंबर, एक ही गाव मे दो ग्राहक को कैसे दिया गया जबकि दोनों ग्राहको के पास एक ही बैंक की और एक ही अकाउंट की दो पासबुक मौजूद है.
राकेश प्रजापत की रिपोर्ट
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