व्लादिमीर पुतिन ने कहा की पश्चिमी देश हम पर साइबर हमले कर रहे है, वही युक्रेन दावा कर रहा है की युद्ध में अब तक 28 हजार से ज्यादा रुसी सैनिक मारे गए है.
24 फरवरी को रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुई जंग अभी जारी है। इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि उनके देश पर साइबर हमला किया जा रहा है। उन्होंने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाते हुए कहा की रूस को पश्चिम की ओर से साइबर हमलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इन हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया जा रहा है।
वही, यूक्रेन ने दावा किया है कि जंग की शुरूआत से अब तक 28,850 रूसी सैनिकों ने जान गवांई है। वहीं, 1,278 रूस के टैंक को यूक्रेनी सैनिकों ने तबाह कर दिया है।
CBS न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्लीट प्लांट में छिपे सैनिक अपनी पत्नियों को इमोशनल मैसेज भेज रहे हैं। इसमें वो जिक्र कर रहे हैं कि शायद अब हम कभी वापस नहीं आएंगे। प्लांट में छिपे यूक्रेनी सैनिक मरीन की पत्नी ओल्गा बोइको अपने आंसू पोछते हुए बताती हैं, गुरुवार को उनके पति ने लिखा- अब हम रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं। मुझे नहीं पता अब हम कभी मिल पाएंगे या नहीं।
रूस की राज्य समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने मंत्रालय के हवाले से कहा, अजोवस्टल में छिपे हुए 500 और यूक्रेनी लड़ाकों ने रूस के सामने हथियार डाल दिए हैं। इस तरह से सोमवार से शुक्रवार तक 2,439 यूक्रेनी लड़ाकों ने रूसी सैनिकों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। हालांकि, अभी तक यूक्रेन की ओर से इस बारे में कोई बयान नहीं आया है। इस जंग में अब तक यूक्रेन के 20 हजार से अधिक नागरिकों के मारे जाने का आशंका है।
विश्व में बढ़ रहा है भोजन की कमी का खतरा!
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी (USA) राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने बीबीसी को बताया की इस जंग से दुनियाभर में भोजन की कमी का खतरा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि रूस ने यूक्रेन के बंदरगाहों पर एक तरह से कब्जा कर लिया है। इससे दुनियाभर में भोजन की कमी की आशंका का स्तर 10वें नंबर पर पहुंच गया है। अगर जल्दी ही स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो हमें भविष्य में आने वाले बड़े संकट से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।