आने वाले दिनों में महगाई से परेशान लोगों को एक और झटका लगने वाला है. जुलाई से टेलीकॉम कंपनियां बड़ा कदम उठाने वाली हैं.
जुलाई से टेलीकॉम कंपनियां एक बार फिर अपने कॉल रेट्स बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं. मंगलवार 31 मई को जारी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, निजी क्षेत्र की तीन सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनियां जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) से अपने कॉल रेट्स में बढ़ोतरी कर सकती हैं.
रिपोर्ट के अनुसार इस बढ़ोतरी से इन तीनों कंपनियों की इनकम वित्त वर्ष 2022-23 में 20 से 25 फीसदी तक बढ़ सकती है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल का कहना है कि कंपनियों के लिए स्पेक्ट्रम और 5जी नेटवर्क में निवेश करने के लिए अपने ग्राहकों के लिए कॉल रेट्स में वृद्धि करना जरूरी है. साथ ही रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अगर कंपनियां ऐसा नही करती हैं तो उनकी सेवाओं की क्वालिटी खराब होने का डर है.
एयरटेल (airtel) ने दिए संकेत
दरें बढ़ाने के लिए एयरटेल ने पहले ही संकेत दे दिया है. कंपनी के सीईओ गोपाल विट्टल ने हाल में रिचार्ज प्लान्स की कीमत पर कहा था,
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक एयरटेल ने प्रति यूजर रेवेन्यू टार्गेट 200 रुपये रखा है और इसके लिए कंपनी कम से कम एक बार टैरिफ की कीमतों में इजाफा करेगी. इसके बाद दूसरी कंपनियों ने भी शुल्क दर में वृद्धि करना शुरू किया था. आपके बता दें कि रिलायंस जियो के आने के बाद से शुरू हुई तेज प्रतिस्पर्धा के बाद टेलीकॉम इंडस्ट्री ने दिसंबर 2019 से शुल्क दरों में बढ़ोतरी शुरू कर दी थी.
क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष में ग्राहकों की कुल संख्या में गिरावट आई थी क्योंकि कोविड काल में 3.70 करोड़ उपभोक्ताओं ने अपनी सेवाएं बंद कर दी थीं. वहीं देश की तीन दिग्गज टेलीकॉम कंपनियों के ग्राहकों की संख्या में 3 फीसदी का इजाफा हुआ है और इन दूरसंचार कंपनियों ने 2.90 करोड़ नए ग्राहक जोड़े हैं. रिलायंस जियो ने अगस्त 2021 और फरवरी 2022 के बीच अपने कुल ग्राहक आधार में तेजी से गिरावट देखी. हालांकि, इसके सक्रिय ग्राहकों की हिस्सेदारी मार्च 2022 में 94% तक पहुंच गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ये 78% थी. इसी तरह से भारती एयरटेल ने 1 करोड़ 10 लाख ग्राहक जोड़े हैं. उधर, वोडाफोन आइडिया से वित्त वर्ष 2022-23 में अब तक 3 करोड़ ग्राहकों ने किनारा कर लिया है. इसकी सबसे बड़ी वजह खराब सेवाएं व इंटरनेट खराब चलना है।
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